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लक्ष्य और दूरदर्शिता
गुरुकुल के उद्देश्य हैं:-
१. देववाणी संस्कृत के माध्यम से वेद, ब्राह्मणग्रन्थ, उपनिषद्, निरुक्त और व्याकरण आदि सभी विषयों की शिक्षा देना एवं भारतीय परिवेश में सार्थक ज्ञानोपार्जन करना।
२. महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा निर्दिष्ट शैली से एवं प्राचीन आश्रम-प्रणाली के अनुसार बलवती, सदाचारिणी, देशभक्त, धर्मात्मा, विदुषी तैयार करना एवं प्राच्य-पाश्चात्य विषयों का समुचित सामंजस्य, आश्रमव्यवस्था एवं नियमित दिनचर्या।
३. वैदिक धर्म व वैदिक साहित्य का जनता में प्रचार-प्रसार करना।
४. गुरुकुल शिक्षाप्रणाली और आर्षपाठविधि को संचालित एवं प्रोत्साहित करना आदि।
५. शुद्ध सात्त्विक संतुलित आहार, गोदुग्ध की नि:शुल्क व्यवस्था एवं योगाभ्यास।गुरुकुल की विशेषताएँ हैं:-
१. इस गुरुकुल की सर्वप्रथम विशेषता यह है कि यहां का जलवायु अत्युत्तम, स्वास्थ्यवर्धक एवं सुहावना प्राकृतिक सौन्दर्यवाला है।
२. यहां पर महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा निर्दिष्ट आर्षपाठविधि से शिक्षा दी जाती है।
३. यहां पर शिक्षा का कोई शुल्क नहीं लिया जाता।
४. छात्राओं को दूध-दही नि:शुल्क दिया जाता है।
५. ब्रह्मचारिणियों के भोजन-छादन और रहन-सहन आदि में समानता का व्यवहार होता है।
६. सादा जीवन उच्च विचार के सिद्धान्त को क्रियात्मक रूप दिया जाता है।
७. हिन्दी-संस्कृत माध्यम द्वारा शिक्षा दी जाती है।
८. प्राचीन आर्ष-विद्या के साथ ज्ञान-विज्ञान की शिक्षा दी जाती है। यथा अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कम्प्यूटर डिप्लोमा आदि।
९. देश-प्रेम तथा राष्ट्रीय भावना का विकास।
१०. यहां छात्राओं को आदर्श ब्रह्मचारिणी बनाने के लिए दिन-रात चरित्रवती ब्रह्मचारिणी अध्यापिकाओं के निरीक्षण में विशेष परिश्रम किया जाता है।
११. यहां ब्रह्मचारिणियाँ नियमित रूप से एक घण्टा यथायोग्य श्रमदान करती हैं, जिसमें सफाई, कृषि, गोशाला तथा इसी प्रकार के सामयिक कार्य सम्मिलित हैं। इस श्रमदान से स्वास्थ्य, कार्यक्षमता के साथ-साथ अपनी संस्था के प्रति हार्दिक स्नेह और आत्मीयता की भावना उत्पन्न होती है।
१२. महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक की परीक्षाओं का केन्द्र गुरुकुल में ही बन गया है।
१३. कन्या गुरुकुल महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक से स्थानीय मान्यता प्राप्त है।
१४. गुरुकुल में सुसज्जित, अत्याधुनिक, इन्वर्टरयुक्त कम्प्यूटर लैब है।
१५. गुरुकुल परिसर वाई-फाई सुविधायुक्त है।
१६. छात्राओं को शुद्ध पीने के पानी हेतु आर.ओ. की व्यवस्था है।
१७. छात्राओं को नियमित योग तथा खेलकूद कराया जाता है।
१८. नित्य प्रति हवन, सन्ध्या आदि द्वारा पवित्र जीवनचर्या का निर्माण कराया जाता है।
१९. गुरुकुल का अपना सुसज्जित आधुनिक विशाल सभागार है।
२०. विशाल एवं सुन्दर यज्ञशाला जिसमें समस्त छात्राएँ प्रात: एवं सायंकाल एक साथ बैठकर हवन एवं सन्ध्या करती हैं।
२१. विशाल गोशाला जहाँ गायों को वर्ष भर पौष्टिक एवं हरा चारा दिया जाता है एवं इस प्रकार के पौष्टिक आहार से प्राप्त दुग्ध को छात्राओं को दोनों समय नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है।
२२. गोशाला के उत्तम दुग्ध से लस्सी बनाकर छात्राओं को नि:शुल्क दिया जाता है एवं घी को नित्य किए जाने वाले यज्ञ एवं भोजनादि के प्रयोग में लाया जाता है।
२३. छात्राओं को वर्ष भर अपने खेतों की ताजी सब्जियाँ एवं सलाद भोजन में उपलब्ध कराया जाता है एवं विभिन्न प्रकार के पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की जाती है।